हेलो दोस्तों अगर
आप शिक्षक दिवस के लिए हिंदी की कविताएं ढूंढ रहे हैं ,तो आप इस पोस्ट को पढ़ सकते हैं। यह मेरी दूसरी कविता है
,गुरुओं के लिए . इसमें मैंने शिक्षकों के ऊपर सुंदर सी और ज्ञानवर्धक हिंदी भाषा
में कविता लिखी है। जिसको आप अपने स्कूल
में टीचर्स डे के अवसर पर प्रयोग कर सकते हो। यह कविता बिल्कुल नयी
है। जिसकी आप अभी से प्रैक्टिस कर सकते
हैं।शिक्षक दिवस के अवसर पर, अपने स्कूल में परफॉर्म करने के लिए ।
यह कविता हिंदी
में मैंने गुरुओं के सम्मान में,शिक्षक दिवस के लिए लिखी है । शिक्षकों के लिए, हिंदी में ,आप इस कविता के
साथ धन्यवाद कर सकते हैं।
शिक्षक दिवस (दुनिया) के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरु) को
विशेष सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस आयोजित किया जाता है। कुछ देशों में, एक छुट्टी है जबकि कुछ देश इस दिन काम करते हैं।
तारीफ,तासीर ज्ञान सी छाया, अगर आदर में कहूं,
रहम ना खाया,डर दिखाया, हर डगर निडर मैं बढूँ,
ख्वाब राजा बनने
का दिखाया,कहकर अगर मैं पढूँ,
काबिल ऐसा बनाया,
अब ज्ञान हरपहर नजर में गढूँ ,
बनाया बेखबर से,सरसरी खबर, ज्ञान आपके बिन बरबाद रहे,
शत शत नमन आपको ,आपका गुरुकुल चिर आबाद रहे !
करिश्मा से कम
नहीं ,जो सुलझाया मुझे ,गुरुजी !
हारा सा जन्मा था,जीत की आदत आप से, शुरू की,
ज्ञान दिया था
धीरे-धीरे ही ,ना दिखाई थी तेजी
,
वह गुरु ही होता
है जो हिंदी में सिखा दे अंग्रेजी !
आपके क़दमों में
मेरा सर,सर पर आप आशीर्वाद रहे,
शत शत नमन आपको ,आपका गुरुकुल चिर आबाद रहे !
कम ज्ञानी जन,
निरंकुश अज्ञानी मन ,बहुत थे आस-पास,
जब से आया सोचना ,तमन्ना थी, बनूंगा कुछ मैं खास,
यूँ सीखा,मां से ममता, पिता से त्याग,मित्र से विश्वास,
बेजुबान पत्थर था
मैं, बनाया आपने ,कोहिनूर के तराश ,
मुझे बनाया छोटे
से बडा अक्षर ,मिटने तक मुझे
याद रहे,
शत शत नमन आपको ,आपका गुरुकुल चिर आबाद रहे !
और अंत में,
मुझे संवारा
बच्चे से ही अच्छे से, हर सांस शिछा
ईजाद रहे,
बडा ना बनूँ
गुरूओं से, मेरी, खुदा हुकूमत फ़रियाद रहे,
शत शत नमन आपको ,आपका गुरुकुल चिर आबाद रहे !
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