Happy Friendship shayari-02 ARC Writings
दोस्तों ! आपकी
जानकारी के लिए बता दें कि आप जो पढ़ने जा रहे हैं या आपने जो इस चेनल पर पढ़ा है ,वह आपसे पहले किसी
ने न तो पढ़ा है न ही देखा है। क्योंकि पहले मैंने खुद ही लिखा है।
उम्मीद है !आपको पसंद आये मेरी लिखी हुई
पंक्तियाँ।
खुल के निहार ले ,ना मुस्कुरा मेरी
चाल देख कर ,
कदम बहक गए हैं
दोस्त तेरा हाल देख कर ,
भुला नहीं मैं साथ
खेलना तेरे ,वो बचपन का ,
फिर से खेलें ,संकोच न कर, बाल सफेद देख कर।
अरसे लगेंगे बताने
में,इसलिए लिख कर विवरण दूंगा ,
मैं तेरा दोस्त
क्यों हूं ,दोबारा मिला तो हर कारण दूंगा ,
तुझे भूलना है तो
भूल जा ,वजह बे-वजह से ही सही ,
याद है मुझे तेरी
याद ,फिर से
स्मरण करूंगा।
जमाना गुजरा ,वक्त गुजरा ,याद न किया खटकता है,
लोग नहीं,मगर दिल चिढ़ाता,तेरा दोस्त पर्यटक
सा है,
तुमने सीखा दिमाग
लगाना ,मैंने दिल लगाना सीखा ,
वजह यही है ,तेरा दिमाग चलता ,दिल मेरा भटकता है।
भूल गया ,खबर भी ना रखी ,तू कह भी ना पाये
कल
तभी तेरी जासूसी
में ,लगा रखा है अपने हर पल को ,
चाहो मिलना ,बोल कर ही आना ,चुपचाप से नहीं ,
तू दोस्त ,है मेरा !भारी पड़
ना जाये , जानकर दिल को।
तेरी हर याद को ,मैंने बिना
मुस्कुराए छुआ भी नहीं ,
हर बाजी पलट दूं
तेरे लिए ,भले न खेला जुआ भी नहीं ,
कभी प्यास लगे
मोहब्बत की ,समैट लाऊंगा बादलों को,
सोचता रहेगा ,न मौसम बारिश का और
पास कुआ भी नहीं।
और अंत में,
मिलना-जुलना जब आसान था,
तेरा कहीं और ध्यान था ,
उपर क्या चढ़ा थोड़ा सा तुझसे,
सुना कहते अच्छा इंसान था,
जलन कहते लोग उसे ,है मुझे पता ,वह सम्मान था ,
मिलना फुर्सत मिले तो,
वह तुम हो दोस्त जिस पर अभिमान था।
HAPPY FRIENDSHIP DAY IN ADVANCE-
Written by-SoKC
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